महाजनपद काल की राजनीति

विषय सूची

प्रस्तावना:

वैदिक युग के उत्तरार्ध में भारतीय उपमहाद्वीप में छोटे-छोटे जनों और कबीलाई संगठनों से विकसित होकर अनेक स्वतंत्र राज्यों का गठन हुआ। इन्हें ही महाजनपद कहा गया। महाजनपद काल (लगभग 600 ई.पू. से 300 ई.पू.) भारतीय इतिहास में राजनीतिक, आर्थिक और धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण युग था।

महाजनपद क्या थे?

‘महाजनपद’ शब्द का अर्थ है – “महान जनों का पद” या “प्रमुख राज्य”। ये 16 प्रमुख राज्य थे जो विभिन्न क्षेत्रों में फैले थे। इन्हें पाली ग्रंथ ‘अंगुत्तर निकाय’ में वर्णित किया गया है।

16 महाजनपदों की सूची:

  1. मगध
  2. काशी
  3. कोशल
  4. अंग
  5. वज्जि (वृज्जि संघ)
  6. मल्ल
  7. चेदी
  8. वत्स
  9. कुरु
  10. पांचाल
  11. अश्मक
  12. अवंती
  13. गंधार
  14. कम्बोज
  15. सुरसेन
  16. मत्स्य

शासन प्रणाली:

  • राजतंत्र: अधिकांश महाजनपदों में एक राजा होता था, जो वंशानुगत होता था (जैसे मगध, काशी)।
  • गणतंत्र: कुछ राज्यों में जनसभा और परिषद के माध्यम से शासन होता था, जैसे वज्जि और मल्ल।
  • संगठित प्रशासन: कर वसूली, सेना, न्याय व्यवस्था जैसी व्यवस्थाएँ स्थापित थीं।
  • कुछ राज्यों में द्वैध शासन भी था, जैसे कोशल।

प्रमुख महाजनपदों का संक्षिप्त विवरण:

मगध:

  • सर्वाधिक शक्तिशाली महाजनपद
  • राजवंश: हर्यंक, शिशुनाग, नंद
  • राजधानी: राजगृह और बाद में पाटलिपुत्र
  • महान शासक: बिंबिसार, अजातशत्रु

कोशल:

  • राजधानी: श्रावस्ती
  • रामायण काल से जुड़ा राज्य
  • बुद्धकाल में महत्वपूर्ण स्थान

वज्जि संघ:

  • गणराज्य
  • राजधानी: वैशाली
  • लिच्छवियों का प्रभुत्व
  • लोकतांत्रिक व्यवस्था का प्रारंभिक उदाहरण

धार्मिक गतिविधियाँ:

  • बौद्ध धर्म और जैन धर्म का उदय
  • गौतम बुद्ध और महावीर स्वामी का प्रचार-प्रसार
  • महाजनपदों ने बौद्ध धर्म को संरक्षण प्रदान किया
  • मौर्य साम्राज्य के उदय का मार्ग प्रशस्त

आर्थिक गतिविधियाँ:

  • कृषि, व्यापार, हस्तशिल्प का विकास
  • सिक्कों का प्रचलन (पंचमार्क मुद्रा)
  • नदियों के किनारे बसी राजधानी

निष्कर्ष:

महाजनपद काल भारतीय इतिहास में राजनैतिक चेतना और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का युग था। यह काल आधुनिक राज्यों और संगठित शासन प्रणाली की आधारशिला बना। बुद्ध और महावीर जैसे महापुरुषों की उपस्थिति इस युग को विशेष बनाती है।

Telegram
Facebook
WhatsApp